Monday, August 15, 2005

स्वदेस...

How can you ever forget, the fragrance of our soil?
You can go where you wish, but you shall return,
In every new path, in every wistful sigh,
Your lost soul speaks thus...

This country that there is, is your country,
These bonds that never can break, beckon to you...


Just the second stanza of the song, roughly translated (with k's and anm's help)...felt like writing this after I read IBH's post.

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बन्धन है जो कभी टूट नही सकता ।

मिट्टी की जो खुशबू, तू कैसे भुलायेगा,
तू चाहे कहीं जाए, तू लौट के आयेगा,
नई नई राहों मे, दबी दबी आहों मे,
खोए खोए दिल से तेरा, कोई ये कहेगा...

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बन्धन है जो कभी टूट नही सकता ।

तुझ से ज़िन्दगी, है ये कह रही
सब तो पा लिया, अब है क्या कमी
यूँ तो सारे सुख है बरसे
पर दूर तू है अपने घर से
आ लौट चल तू अब दीवाने
जहाँ कोई तो तुझे अपना माने
आवाज़ दे तुझे बुलाने, वही देस...

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बन्धन है जो कभी टूट नही सकता ।

ये पल है वही, जिस मै है छुपी
कोइ एक सदी, सारी ज़िन्दगी
तू न पूछ रास्ते मे कही
आई है इस दो राहें
तू ही तो है राह् जो सुझाए
तू ही तो है अब जो ये बताए
चाहे तो किस दिशा मै जाये वही देस

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बन्धन है जो कभी टूट नही सकता ।

Source of the English lyrics: Raaga.
Archive: http://mosakutti.blogspot.com/2005/08/home.html